'न केवल प्रदानमंत्री मोदी ने शौचालयों को राष्ट्रीय प्राथमिकता दी है, बल्कि भारत के सबसे बड़े गैर-सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल ने दिखला दिया है कि भारतवासी साफ और कार्यरत शौचालयों के लिए स्वेच्छा से भुगतान करते हैं। सुलभ ने आगे बढ़कर देश में 8,000 ‘भुगतान और उपयोग’ वाले शौचालय बनवाए हैं और ऐसी तकनीक विकसित की है, जो 1.2 करोड़ घरों में इस्तेमाल हो रही है। अमेरिकी उद्योग और सुलभ के बीच साझेदारी से भारत